अखंडज्योत का महत्व | अखंडज्योत बनाने का तरीका | अखंडज्योत जलाने का मंत्र | अखंडज्योत जलाने के फायदे
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अखंडज्योत
अखंडज्योत वह दीपक होती है जो खंडित न हो अर्थात जिस समय तक पूजा का संकल्प लिया गया हो तब तक जो दीपक बिना बुझे जलाया जाय उसे अखंडज्योत कहते हैं | नवरात्री में इसे नौ दिनों का संकल्प लेकर जलाया जाता है |
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अखंडज्योत जलाने के फायदे
- अखंडज्योत जलाने से घर से सारी नकारात्मक शक्तियां बाहर चली जाती हैं और घर का वास्तु दोष भी ठीक होता है |
- घर पर अखंडज्योत जलाने से घर में सुख समृद्धि का वास होता है |
- घर पर अखंडज्योत जलाने से दैवीय शक्तियों का संचार होता है |
- अखंडज्योत जलाने से शनि के कुप्रभाव से बचा जा सकता है |
- अखंडज्योत में तेल डालकर जलाने से पित्र शांत रहते हैं और घर में सुख समृद्धि का वास होता है |
- अखंडज्योत जलाने से स्वास और नर्वस सिस्टम ठीक रहता है |
- अखंडज्योत जलाने से परिवार में बिगड़े काम बनने लग जाते हैं |
- अखंडज्योत जलाने से घर में बीमारी नहीं होती और लड़ाई झगड़े भी नहीं होते हैं |
- नवरात्री में विद्यार्थियों को सफलता के लिए अखंडज्योत जलाना चाहिए |
अखंडज्योत बनाने का तरीका
- अखंडज्योत बनाने के लिए लाल धागे या कलावे का उपयोग किया जाता है |
- अखंडज्योत के दिए के लिए मिट्टी या पीतल का दिया उपयोग में लाना चाहिए |
- दिया जलाने के लिए घी, सरसों का तेल या तिल का तेल उपयोग कर सकते हैं |
- अगर घी का उपयोग करते हैं तो दिया दायीं तरफ रखना चाहिए और अगर तेल का उपयोग करते हैं तो दिया बायीं तरफ रखना चाहिए |
- बाती की लम्बाई सवा हाथ की होनी चाहिए |
- बाती को अखंडज्योत के बीच में रख देना चाहिए, उसमें घी या तेल भरकर उसे अखंडज्योत मंत्र बोलकर प्रज्वलित करना चाहिए |
- इसके साथ ही अखंडज्योत को प्रज्वलित करने से पहले उसमें दो लोंग डाल दें, इससे धन आकर्षित होता है|
- अखंडज्योत जलाने क बाद उसपे थोडा फूल, अक्षत और जल डालना चाहिए |
अखंडज्योत की बाती की लम्बाई
अखंडज्योत की बाती को मौली या कलावे से ही बनानी चाहिये | बाती की लम्बाई सवा हाथ की होनी चाहिए |
अखंडज्योत को कहाँ पर रखना चाहिए
- वास्तु के अनुसार अखंडज्योत को आग्नेय कोण में रखना चाहिए मतलब पूजा स्थान के पूर्व दक्षिण कोण में |
- अखंडज्योत जलाने क लिए अगर घी का उपयोग करते हैं तो दिया दायीं तरफ रखना चाहिए और अगर तेल का उपयोग करते हैं तो दिया बायीं तरफ रखना चाहिए |
- अखंडज्योत को मिट्टी या पीतल के प्लेट पर रखना चाहिए |
- अखंडज्योत को हमेशा लकड़ी के पाटे या पत्थर पर रखें, उसे जमीन पर ना रखें |
- अखंडज्योत में ध्यान रखें की हवा न लगे नहीं तो वह बुझ सकती है |
- अखंडज्योत बुझ भी सकती है इसलिए इसे हर दिन थोडा थोडा बढाते रहना चाहिए |
- अखंडज्योत जलाने के बाद घर में ताला नहीं लगाना चाहिए और अखंडज्योत को अकेले घर में प्रज्वलित करके नहीं छोड़ना चाहिये |
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